चुल्हे पर खाना ही नही पकता जिन्दगी भी पकती । शायद ये आपको अटपटा सा लगता हो पर ये सौ आना सच है। अगर माॅ ना हो तब क्या होगा । बिहार के सारण जिले में एक एैतिहासिक गाॅव है। जहाॅ भगवान भी भक्त की रक्षा के लिए आये थें पर एक मासुम जो अभी मात्र सात साल का है भगवान उससे खफा क्यों है। माॅ पागल है बाप उनका पेट पालने के लिए मजदुरी करने कांे चला जाता है। घर की सारी जिम्मेवारी सात साल के मासुम पर है। दो अनाथ छोटे भाई है। जो उसके चाचा के लडके है । इस मासुम को इन बेजुबानो के लिए भी हाथ जलाना पड़ता है । इन्हे देख कर किसी को भी दया आ जायेगी । सात साल का तो है पर यह इन अनाथो का नाथ बन गया है।खबर है सोनपुर की जहाॅ गज ग्राह की लड़ाई हुई थी । और भगवान खुंद यहाॅ आ गये थे भक्त के लिए । पर इस अनाथ के लिए गाॅब की वो औरते जो घंटो इनके माॅ और चाची से कप्पे मारा करती थी आज इन बच्चो को देख कर मुॅह फेर लेती है ं । माॅ होती तो शायद ऐसा नही होता। पर इनका तो अब ये आदत हो गया है। खुद से कुएॅ से पानी भरना लकड़ी लाकर चुल्हे पर खाना बनाना अब आदत में सुमार हो गया है। माॅ पागल होकर कही चली गयाी औार चाचा -चाची थे उन्हे भी काल ने निगल लिया।
गाॅब भी संपन्न है। किसी चीज की कमी नही है कोई कमजोर नही है । कमजोर है तो वहाॅ के लोगो का इरादा । और मजबुत है तो मासुम का हौसला । भगवान को आने जरूरत नही है।वह खुद अपने छोटे भाईयों के लिए किसी भगवान से कम हेै क्या?
समय बलवान है आज यह मासुम कमजोर दिख रहा है कल ये मजबुत होगा ं। पर हाॅ हमारे इरादो का क्या जो अब कमजोर हो गया है। ?तो क्या आपके साथ भी कुछ ऐसा है कि माॅ होती तो ऐसा नही होता ?????
बंेचारे पर जिंदगी बोझ बन गयी है। उम्र तो खेलने की है पर एक माॅ का रोल एक बड़े भाई का रोल भी बखुबी निभा रहा है। क्या होगा इसके लडकपन का । दोस्तो के साथ नही खेल पायेगा यह।
तरुण ठाकुर
गाॅब भी संपन्न है। किसी चीज की कमी नही है कोई कमजोर नही है । कमजोर है तो वहाॅ के लोगो का इरादा । और मजबुत है तो मासुम का हौसला । भगवान को आने जरूरत नही है।वह खुद अपने छोटे भाईयों के लिए किसी भगवान से कम हेै क्या?
समय बलवान है आज यह मासुम कमजोर दिख रहा है कल ये मजबुत होगा ं। पर हाॅ हमारे इरादो का क्या जो अब कमजोर हो गया है। ?तो क्या आपके साथ भी कुछ ऐसा है कि माॅ होती तो ऐसा नही होता ?????
बंेचारे पर जिंदगी बोझ बन गयी है। उम्र तो खेलने की है पर एक माॅ का रोल एक बड़े भाई का रोल भी बखुबी निभा रहा है। क्या होगा इसके लडकपन का । दोस्तो के साथ नही खेल पायेगा यह।
तरुण ठाकुर
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